Tuesday, August 14, 2012

कोलकातामे मिथिला महोत्सवके उपलक्ष्यमे गीतगाईन प्रतियोगिताक आयोजन- रिपोर्ट भास्कर झा



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मिथिला विकास परिषद , कोलकाता द्वारा आयॊजित 9 दिवसीय मिथिला महोत्सव के दोसर दिनुका कार्यक्रम रवि दिन 12 अगस्त 2012 के सायं 5:30 बजे महाजाति सदनक एनेक्स हॉलमे आयोजित कयल गेल। अहि अवसर पर परिषद आ मिथिला महिला मंच के संयुक्त तत्वावधान में मैथिली संस्कार गीत आधारित गीतगाइन प्रतियोगिता आयोजित भेल । कार्यक्रमक प्रारंभ विद्यापतिक भगवती आ बाबा बासुकीनाथक वंदना सं भेल । बाबा विद्यापतिक प्रतिमा पर पुष्पार्पण आर माल्यार्पनक उपरान्त दीप प्रज्जवलनक संग ही कार्यक्रमक औपचारिक प्रारंभ भेल। आयोजन समिति केर स्वागत मंत्री श्रीमती किरण इस्सर मंचस्थ अतिथिगणक स्वागत करैत सबके प्रति अपन आभार व्यक्त केलनि आर कहलनि कि मिथिलाक महिला के सेहो आब आगू आबक चाही। वो अहि बात पर बल दैत कहली कि नियमितरुपे मैथिल महिलाक बैसार हॊबाक चाहि जाहिमें वो अपन अपन समस्या राखैत। कार्यक्रमक विशिष्ट अतिथि डॉ बीरेन्द्र मल्लिक जी मैथिली संस्कार गीतक परम्परा आर महत्व पर प्रकाश राखैत कहलैनि कि मैथिली संस्कार गीत मिथिलाक बड्ड पैघ धरोहर अछि । श्री अशोक झा अपन वक्तवय मेम बतौलनि कि 23 सितम्बर 2012 के भारतीय भाषा परिषद में एकटा साहित्यिक संगोष्ठीक आयोजन कयल जा रहल अछि जाहिमें मैथिली आर अन्य भाषाक समानता आर विशिष्टता पर चर्चा कयल जायत।

अहि अवसर पर मुख्य अतिथि नेपाल सरकारक कॉन्सुलेट श्री सीके धीमिरे हर्खक संग कहलनि कि मैथिली आ नेपाली में बहुत रासे सांस्कृतिक समानता अछि। कार्यक्रमक सफ़लताक कामना करैत कहलैनि कि मिथिलाक महिलाक उपस्थिति सं आब बुझा रहल अछि कि मिथिला समाज आब फ़ेर सं जागृत भ रहल अछि। मैथिल समाज में परिवर्तन आबि रहल अछि। वो डॉ मल्लिक जीक पुस्तक में सं एकटा मैथिली कविताक आवृति कएलनि आ संगहि कहलनि कि मिथिला आ नेपालक आपसी संबंध आर बेहतर बनाबय लेल सार्थक काज करताह। नेपाली आ मैथिली लोक नॄत्यक संयुक्त प्रदर्शन करबाक उद्देश्य सं एकटा संत्युक्त कार्य्रक्रमक आयोजन करबाक आश्वासन देलनि अछि।

समारोहक अध्यक्षता श्रीमती शैल झा केलनि आ उदघाटनकर्ता छलीह श्रीमती अंजू झा। पूरा कार्यक्रमक सफ़ल संचालन श्रीमती बेला झा केलनि।

कार्यक्रमक दोसर सत्र में गीत गाइनक प्रतियोगिता भेल जाहिमें मिथिलाक समस्त क्षेत्र- यथा दरभंगा, मधुबनी समेत बेगुसराय, बांका, भागलपुर, गोड्डा आदि- केर पुरुख आर महिलाक उपस्थिति मिथिलाक समरसता आ एकता के उजागर भेल। अहि प्रतियोगिता में कुल 33 प्रतिभागी छली जे अपन गायन सं दर्शकक नीक मनोरंजन कैलथि। भाषा, भाव आर प्रस्तुति के आधार पर भाग लेनिहार प्रतियोगी के विजेता घोषित कयल गेल। प्रथम पुरस्कार (1500 टका) विजेता अपराजिता झा, द्वितीय पुरस्कार 1000 टकाक विजेता कु सपना झा एवं तॄतीय पुरस्कार (500 टका ) विजेता अंजना इस्सर आ नैना इस्स्सर संयुक्त र्पसं भेली। सुमधर गीत गौनिहारके विशेष पुरस्कार सेहो देल गेल। एहन तरहक ई प्रथम प्रयास छल जकर उद्देश्य विलुप्त भए रहल मैथिली लोक- संगीत आ संस्कारके पुनर्जीवित केनाय।

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