Saturday, September 10, 2011

की फेर गुंजत ओ आवाज?- -: विनीत उत्पल :-

जीवन आ मृत्युक बीच में ठाड़ युवा लोक गायिका अंशुमालाक कद्रदान कतय नहि अछि. हुनकर दुनू किडनी ख़राब भ गेल अछि. बड़ आ सासुरक लोक हुनका सें आपन दामन छुड़ा लेने अछि. ताहि सें समाज आ सरकारक कोनो जिम्मदारी नहि बनैत अछि की? बेसी दिन नहि भेल अछि, दू बरख पहिने जिनकर लोक गायकी के कद्रदान पटना से ल क दिल्ली धरि छल. ओ आवाज एखन कतय अछि? अहि आवाजक दम पर पटना विश्वविद्यालय से ल क दिल्ली विश्वविद्यालय के मिरांडा हाउस अप्पन प्रतिष्ठा कायम राखैत छल. बिहार सरकार हुनकर कला पर इतराबैत छल आ दिल्ली में जखन कहियो बिहारक अस्मिताक गप होयत छल ते ओकरा बचाबैक लेल हुनकर आवाज काफी छल. मैथिली आ भोजपुरी के नब कलाकारक गप होयत छल ते सबहक जुबां पर नाम होयत छल- अंशुमाला. जिनगी और मृत्यु क जे फासला अछि,, ओहि फासला के बीच आय युवा लोक गायिका अंशुमाला ठाड़ छथिन, क्याकि हुनकर दुनू किडनी ख़राब भ गेल अछि. मात्र २७ बरख में हुनकर सपना टूटी चुकल अछि. डिप्रेशन में ज़िबी रहल अछि ओ. जिंदगी के रागे जखन दांव पर लागल अछि तखन संगीतक राग कतय से गाबि सकत? पाय के कमी के कारण हुनकर इलाज नहि भ पा रहल अछि. बेल्लूर से ल क लखनऊ, दिल्ली धरि इलाजक लेल गेल मुदा पाय के दिक्कत हुनका नहियर पटना घुरही लेल मजबूर क देलक. शास्त्रीनगरक मकान हुनकर सिपाही पापाक सरकारी आवास अछि, जतय ओ अप्पन माँक संग रहैत अछि. ओतय हुनकर देखिभाल करय बला कियो नहि अछि.. घर में कियो आउर सदस्य नहि अछि जे हुनका लेल बाहर सें दवा आनि सकै या कोनो एहन सदस्य नहि जे हुनकर छोट सन बच्चा के देखिभाल क सकय. बिहार पुलिस जेहन महकमा में एकटा सिपाहीक आर्थिक हैसियत केकरो से नुकायल नहि अछि. फ़िलहाल हुनकर पिता जहानाबाद जिला में तैनात अछि. आकाशवाणी के बी ग्रेड कलाकार, पटना विश्वविद्यालय से संगीत में स्नातक, दिल्ली विश्वविद्यालय सें एमए आ एमफिल करहि बाली अंशु करियर के एकटा मुकाम हासिल करय दिस बढ़ल जा रहल रहथिन मुदा हुनकर एकटा डेग हुनकर जिनगी के एहन मोड़ पर पटैक देलक, जेकर आभास हुनका नहि छल. मिरांडा हाउस के नाम पूरे देश में छै मुदा आय ओतय केकरा सुधि अछि जे क्लास, सेमिनार, समारोह में हुनकर आवाज गुंजित छल, ओ कतय छै.? दिल्ली के नेशनल स्कूल आफ ड्रामा, श्री राम सेंटर आ बल भवन के खुजल आँगन में जाकर गायल| गीतक कद्रदान छल, थपड़ी बजा-बजा के शाबासी दैत छल, ओ कतय छै? ओ संस्था आ ओ लोक कतय अछि जे अपन महफ़िल में अंशु से गवा के गर ऊंच करैत छल? फेर टाटा में भेल छल आल इण्डिया यूथ फेस्टिवल के सेहो ख्याल क लिय, जाहि में नाना पाटेकर सेहो आयल रहथिन. अहि छोट-सन जिनगी में अंशु ऊहो दौर देखने अछि, जखन हुनकर गाबैक बड़ाई करय बला बिहारक राज्यपाल सें ल क प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह के कनिया गुरुशरण कौर आ पूर्व राष्टपति एपीजे अब्दुल कालम सेहो छल. सिन्धु दर्शन समारोह में लद्दाख मे लालकृष्ण आडवाणीक आगू अप्पन लोक गायकी पेश केने छल, ई गप किनका ख्याल अछि? आन लड़की जेहन ओ अप्पन परिवार के गप मानलक. माँ-पिताक मन से ब्याह करलक. दिल्ली, पटना के छोडि रांची मे बसहि के फैसला लेलक मुदा भाग्य के ई मंजूर नहि छल. सासुर मे रियाज करय के माहौल नहि छल . प्रेग्नेंट भ गेल. डिप्रेशन मे आबि गेल. बच्चाक जन्म के साथ हुनकर किडनी मे प्राब्लेम आबि गेल. तकर बादो जिनगी काटैत रहल, घुटि-घुटि के जियत रहल. माँ-पापा के नहि बतौलक. मुदा एक दिन हुनकर हिम्मत जबाब द देलक. पिछला जनवरी-फरवरी में फेर सें प्रेग्नेंट भ गेल. बच्चा गिराबै लेल दवा के हार्ड डोज पति द देलक, जाहि से दुनू किडनी ख़राब भ गेल. तखन ई अप्पन हालत बयान करहिक लेल मजबूर भ गेल. आब जखन देहो संग नहि द रहल अछि, तखन सासुरक लोक सेहो पिंड छुड़ा लेलक. जे पति तीन बरख पहिने अग्निक आगू सत जन्म धरि जीयब-मरब के शपथ खेने छल, ओ सभ किछु बिसुरी गेल, ओ अंत मे हुनका सें मुंह मोड़ी लेलक. अंशु के मैथिली मे 'गंगा कैसेट्स' सें 'प्रिय पाहुन' नाम सें कैसेट सेहो निकैल चुकल अछि,. ओ बिहार उत्सव मे सेहो भाग नेने छल. एनएनसीसीक २३वां बटालियन में सेहो छल. मानव संसाधन मंत्रालय से स्कालरशिप सेहो भेटल छल. कतेक स्टेज सेहो क चुकल अछि ओ. नहि जाने कतेक शहर मे हुनकर कद्रदान अछि. जहिना ओ स्टाज पर चढ़ैत रहथिन, थपड़ी के गडगडाहट शुरू भ जायत अछल आ फेर जे समां बान्हैत छल, ओकर कोनो चर्च नहि करल जा सकैत अछि. आब सवाल अछि कि अप्पन-अप्पन शहर से निकलि के दुनियाक आगू अप्पन अलग पहचान बनाबहि बाली दोसर अंशु के अरमान के की होयत? दिल्ली शहर मे पढहि-कमबैक अरमान सबहक होयत अछि मुदा कतेक लोक अछि जे अप्पन पहचान बना सकैत अछि? फेर एहन मे जौं कियो अप्पन जमीन दिस घुरैत अछि ते की ओकर हश्र अंशु जेहन होयत? कहल जायत अछि जे गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंहक तबियत ख़राब भेल ते हुनकर कनिया हुनकर संग छोडि देलक आ आब अंशुक साथ हुनकर पति छोडि चुकल अछि. की एकटा स्त्री के एहिना अप्पन अरमानक बलि दियै परत? ओकर सासुरे सभ किछु होयत अछि की ? की एही लड़की के हालत आ हुनका जिनगी से मरहूम करहि बला के सजा नहि भेटबाक चाहि? अहि हालत लेल के जिम्मदार होयत आ ओकरा सजा के देत? हुनकर इलाज कोना होयत? की ओकर आवाज फेर सें देश आ दुनियाक मंच पर गूंजत? अहम सवाल अछि. साभार http://www.hellomithila.com/2011/06/blog-post_29.html

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